भारत की एक कंपनी जिसने ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को 70 करोड़ का फायदा पहुंचाया है। चलिए आपको बताते हैं आखिर कैसे हुआ अक्षता मूर्ति को 70 करोड़ का फायदा।जी हाँ जब से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बने है तब से उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति सुर्खियों में बनी रहती है। अक्षता मूर्ति और कोई नहीं Infosys के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी है और इनका भी कंपनी में बड़ा योगदान है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की पत्नी को फायदा पहुंचाने वाली भारतीय कंपनी और कोई नहीं Infosys है।
Infosys भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है जिसमें अक्षता मूर्ति भी प्रमोटर है और अक्षता की कंपनी में हिस्सेदारी 1.05% है। Infosys कंपनी के शेयरों होल्डिंग के अनुसार अक्षता मूर्ति के पास कुल 3,89,57,096 शेयर है। कंपनी की कुल हिस्सेदारी में से 14.94% हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है जिसमे से 1.10% की हिस्सेदारी नारायण मूर्ति के पास, 1.05% की हिस्सेदारी अक्षता मूर्ति के पास और 0.94% की हिस्सेदारी सुधा मूर्ति के पास है। कंपनी की कुल हिस्सेदारी में से 84.74% हिस्सेदारी पब्लिक की है जिसमे से 18.63% की हिस्सेदारी म्युचुअल फंड्स की, 13.64% की हिस्सेदारी इंश्योरेंस कंपनियों की है।
Infosys ने जारी किए Q2 के नतीजे
इंफोसिस कंपनी ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2023–24 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए जिसमें देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस को कोई 6212 करोड़ का नेट प्रॉफिट प्राप्त हुआ। कंपनी की रेवेन्यू में 7% की बढ़ोतरी देखी गई है इसके अलावा कंपनी ने अपने निवेशको के लिए 18 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड देने का ऐलान भी किया है।
इंफोसिस डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट क्या है?
देश की आईटी कंपनी इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष के दूसरे क्वार्टर में डिविडेंड का ऐलान किया है जिसकी रिकॉर्ड डेट 25 अक्टूबर 2023 रखी गई है जबकि कंपनी के द्वारा डिविडेंड का भुगतान 6 नवंबर को किया जाएगा। डिविडेंड की घोषणा के बाद से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को अपनी नेटवर्थ में इजाफा होता हुआ दिखाई दे रहा है।
यदि हम शेयर पैटर्न के अनुसार अक्षता मूर्ति की हिस्सेदारी के तौर पर डिविडेंड की गणना करें तो यह करीब 70 करोड रुपए के आसपास होता है। कंपनी ने चालू वित वर्ष के पहले क्वार्टर में जो डिविडेंड दिया था उसे अक्षता मूर्ति को 68 करोड रुपए का भुगतान किया गया था। इंफोसिस ने पहले क्वार्टर में ₹17.5 का अंतरिम डिविडेंड दिया था। अब तक वित्त वर्ष 2023 24 में अक्षता मूर्ति को इंफोसिस की तरफ से डिविडेंड के रूप में 138 करोड रुपए का फायदा होने वाला है। यदि अक्षता मूर्ति रिकॉर्ड डेट तक इन शेयरों को होल्ड करती है तभी उन्हें यह दूसरे डिविडेंड का लाभ मिल पाएगा। हालांकि शेयर बाजार में शुक्रवार को Infosys के शेयरों में 2.5% की गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को मार्केट बंद के साथ इंफोसिस का शेयर बीएसई पर ₹1431.80 पर बंद हुआ। कंपनी ने अपने रिजल्ट में बताया की जून तिमाही में इंफोसिस में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 3,36,294 थी जो की सितंबर तिमाही में 7,530 से घटकर 3,28,764 रह गई है।