दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको आरबीआई द्वारा जारी की गई फेक नोट की चेतावनी के बारे में बताने जा रहे हैं। हाल ही में आरबीआई ने एक चेतावनी जारी की है। इसमें कहा है। कि आप नकली और असली नोट के बीच का फर्क नहीं पहचान पाएंगे आइए जानते हैं। आरबीआई ने क्या कहा है।
देश में फर्जी नोट के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। साल 2020 के आंकड़ों को देखें तो 2021 के मुकाबलों में नकली नोट के मामले तेजी से बढ़ोतरी हुई है। दिन प्रतिदिन हजारों लोगों को नकली नोट के जालसाजी में बसते हुए देखा जा रहा है। जिससे आम आदमी को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। फर्जी नोट की बढ़ती हुई संख्या को देखकर आरबीआई नहीं जरूरी रिपोर्ट जारी की है जिसके ऊपर आप को ध्यान देना चाहिए।
यदि आरबीआई की न्यूज़ की माने तो पिछले वर्ष की तुलना में 100 और ₹200 के फर्जी नोट के मामले में 50% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इन सभी जालसाजी में ज्यादातर बड़े व्यापारी फस जाते हैं। और उन्हें बड़े नुकसान का सामना करना पड़ता है। आरबीआई ने अपने आंकड़ों के अनुसार बताया कि 2021-22 में बैंकों में कुल नकली नोट का 93.1% प्रतिशत बैंकों में पाए गए हैं। ऐसे में आम आदमी को आरबीआई के द्वारा जारी किए गए निर्देशों के ऊपर आवश्यक रूप से ध्यान देना चाहिए।
यह 11 के द्वारा बताया गया है। कि ज्यादातर फर्जी नोट की जालसाजी ₹100 ₹200 एवं 2000 की नोटों की हो रही है। इसलिए आम आदमी को नोट लेने से पहले उनको जांचने का पूरा अधिकार है। इसके लिए कुछ जरूरी बिंदु बताए गए हैं। इन पहचान को देखकर आप पता लगा सकते हैं। कि नोट असली है या नकली है तो नीचे दिए गए पॉइंट्स को ध्यान से पढ़ें।
- सुरक्षा धागा – यह वह धागा है जो हर नोट के अंदर गांधी जी के फोटो के बाई और होता है
- वाटर मार्क – वाटरमार्क के अंदर गांधी जी की असली फोटो छपी हुई होती है
- माइक्रो लिखावट – माइक्रो लिखावट वह है जिसमें ज्यादातर नोट के अंदर छोटे-छोटे अक्षरों में आरबीआई लिखा होता है
- गुप्त इमेज – इसको देखने के लिए नोट को 45 डिग्री के कोण पर झुकाने पर नोट की वैल्यू लिखी होती है
- पहचान चिन्ह – नोट के बाएं तरफ एक लाइन होती है जो कि थोड़ी उभरी हुई होती है जिस को छूकर उसके उभार का पता लगाया जा सकता है
- सी थ्रू रजिस्ट्रेशन – सी थ्रू रजिस्ट्रेशन की मदद से नोट को जब आप लाइट में लेकर जाएंगे तो इसको लाइट में देखने पर नोट के दोनों साइड देखा जा सकता है