टॉपर श्रुति शर्मा ने बताया कोचिंग सेंटर्स का सच – UPSC AIR-1

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दोस्तो आज इस आर्टिकल में हम आपको श्रुति शर्मा की स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं जी हां, वही श्रुति शर्म जिन्होंने यूपीएससी 2021 में ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की है तो आइए जानते हैं कौन है, श्रुति शर्मा-

जैसा कि आप सभी जानते हैं यूपीएससी 2021 का अंतिम परिणाम यूपीएससी द्वारा 30 मई 2022 को जारी कर दिया गया। यूपीएससी 2021 के परिणाम में टॉप 5 स्थानों में से तीन स्थानों पर लड़कियों ने बाजी मारी है

संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2021 में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली श्रुति शर्मा, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली अंकिता अग्रवाल और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली गामिनी सिंगला हैFreejobalerts.co Google Newsसंघ लोक सेवा आयोग ने बताया कि कम से कम 650 उम्मीदवारों ने यह परीक्षा पास की है उसमें से 244 सामान्य कैटेगरी से, 73 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 203 अन्य पिछड़ा वर्ग, 105 अनुसूचित जाति एवं 60 अनुसूचित जनजाति से हैं

यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2021 के फाइनल परिणाम में पहली रैंक प्राप्त करने वाली उत्तर प्रदेश के बिजनौर कि श्रुति शर्मा है होती है मां का रोल नंबर 0803237 है जिन विद्यार्थियों ने सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू राउंड दिया था वह अपना परिणाम ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं उम्मीदवारों की मार्क्स 15 दिनों में अपलोड कर दिए जाएंगे

श्रुति शर्मा उत्तर प्रदेश राज्य के बिजनौर जिले की रहने वाली है। वर्तमान में वह केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी( जेएनयू) से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की।उसके बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी से कोचिंग प्राप्त की।

श्रुति ने अपने इंटरव्यू में बताया कि यूपीएससी में सफलता का सफर लंबा है। और उसमें वही विद्यार्थी रुक सकता है। जिसमें मेहनत और धैर्य हो और उन्होंने यह भी कहा की आपको जो काम करना पसंद है। वही काम करें क्योंकि उस काम को करने से आपको मोटिवेशन मिलेगा श्रुति शर्मा ने टॉपर बनने के बाद अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपनी कोचिंग जामिया मिलिया इस्लामिया रेजिडेंशियल कोचिंग को दिया।

श्रुति ने बताया कि वह कभी भी कोचिंग सेंटर के नोट पर डिपेंड नहीं रही। उन्होंने अपने नोट्स रेगुलर खुद न्यूज़पेपर और एनसीआरटी बुक से बनाए थे। जो कि उनके लिए वरदान साबित हुए।

उन्होंने बताया कि उनके पेपर अच्छे गए थे और उन्हें पॉजिटिव रिजल्ट की आशा थी। परंतु उन्होंने यह नहीं सोचा था कि उनकी फर्स्ट रैंक ही आ जाएगी। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा को ज्वाइन करना चाहती है।और उसके साथी देश के अंडर प्रिविलेज काम को ऊपर उठाना चाहती है।

श्रुति शर्मा ने बताया कि वह बिजनौर उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। उन्होंने अपनी पूरी एजुकेशन दिल्ली से प्राप्त की है। श्रुति ने दिल्ली में कक्षा 5 तक की पढ़ाई कैंब्रिज प्रायमरी स्कूल से की उसके बाद की पढ़ाई उन्होंने सरदार पटेल विद्यालय से की।

श्रुति ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से इतिहास(हिस्ट्री) में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है।उन्होंने समाज शास्त्र(सोशियोलॉजी) से पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में प्रवेश लिय। परन्तु वह इस डिग्री को पूरा नहीं कर पायी।

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